भारतीय वास्तु शास्त्र | Bharatiy Vastu Shastr |
"भारतीय वास्तु शास्त्र" एक पारंपरिक भारतीय वास्तु विज्ञान है जो प्रकृति के अनुरूप डिजाइन और निर्माण के सिद्धांतों पर केंद्रित है। यह इमारतों के डिजाइन और निर्माण पर अभिविन्यास, कमरों की नियुक्ति, रंगों का उपयोग, प्राकृतिक तत्वों का उपयोग और प्रकृति के पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और अंतरिक्ष) के प्रभाव जैसे विभिन्न पहलुओं को शामिल करता है। पुस्तक इस तथ्य पर जोर देती है कि एक इमारत को इस तरह से डिजाइन और निर्मित किया जाना चाहिए कि यह निवासियों के लिए एक सामंजस्यपूर्ण और सकारात्मक वातावरण प्रदान करे। कुल मिलाकर, "भारतीय वास्तु शास्त्र" पुस्तक पारंपरिक भारतीय वास्तु सिद्धांतों के अनुसार इमारतों के डिजाइन और निर्माण के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करती है, जिसका उद्देश्य उनमें रहने वाले लोगों की भलाई और खुशी को बढ़ावा देना है।
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