Surdas Aur Bhramargeet Saar Hindi Book in PDF Download
Surdas Aur Bhramargeet Saar pdf free download, Surdas Aur Bhramargeet Saar hindi pdf, Surdas Aur Bhramargeet Saar book in Hindi pdf Free Download Tradition and Form of Bhramar Geet
In fact, while mentioning the tradition of Bhramargeet, its basic text, Shrimad Bhagwat is discussed a lot. Although it is true that Hindi poets have specially developed and elaborated on the basis of Bhramargeet of Sur on the basis of Shrimad Bhagwat, but there is a substantial difference between the Bhramargeet described in Bhagwat and the Bhramargeet found in Sursagar. The poetic succinctness that Sur has given to this short story of the Bhagavatam and the sagacity of speech that it has displayed are rare elsewhere. For the sake of the truth of this statement, first we consider it appropriate to consider the theme of the illusionary song of Shrimad Bhagwat.
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सूरदास और भ्रमरगीत सार हिंदी में किताब करें पीडीएफ में डाउनलोड
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वस्तुतः भ्रमरगीत की परम्परा का उल्लेख करते समय उसके आधारभूत ग्रन्थ श्रीमद्भागवत की काफी चर्चा की जाती है। यद्यपि यह सत्य है कि हिन्दी कवियों ने विशेषतया सूर के भ्रमरगीत की उद्भावना और उसका परिविस्तार श्रीमद्भागवत के आधार पर ही किया है, लेकिन भागवत में वर्णित भ्रमरगीत और सूरसागर में प्राप्त भ्रमरगीत में पर्याप्त अन्तर है। सूर ने भागवत की इस संक्षिप्त कथा को जो काव्योचित सरसता प्रदान की है और वाणी की भंगिमा की जो चारुता इसमें प्रदर्शित की है, वह अन्यत्र विरल है। इस कथन की सत्यता के निमित्त पहले हम श्रीमद्भागवत की भ्रमरगीत-विषयक कथावस्तु पर विचार करना उचित समझते हैं।
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Particulars (विवरण) | (आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी) |
सूरदास और भ्रमरगीत सार | Surdas Aur Bhramargeet Saar | |
डॉ किशोरी लाल - Dr. Kishori Lal | |
साहित्य / Literature |
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