श्री शान्तिनाथ पुराण | Sri Shantinath Puran PDF Download

 

श्री शान्तिनाथ पुराण | Sri Shantinath Puran
श्री शांतिनाथ पुराण | Shri Shantinath Puran

श्री शान्तिनाथ पुराण | Sri Shantinath Puran PDF Download के बारे में अधिक जानकारी :-


श्री शान्तिनाथ पुराण का संपादन निम्नलिखित दो प्रतियों के माधार पर किया


प्रथम प्रति का परिचय


यह प्रति ऐलक पन्नालाल सरस्वती भवन ब्यावर की है तथा श्रीमान् पं० हीरालाल जी शास्त्री के सौजन्य से प्राप्त हुई है। इसमें ११३ ५। इन की साईज के द६ पत्र हैं, प्रति पत्र में पंक्ति संस्था १२ है.और प्रत्येक पंक्ति में ४०-४२ अ्रक्षर हैं दशा अच्छी अक्षरसुवाच्य हैं । लिपि संवत् १८७१ वि० सं० है इस प्रति का 'ब' सांकेतिक नाम है ।


द्वितीय प्रति का परिचय


यह प्रति श्रीमान् पं. जिनदास जो शास्त्री फड़कुले कृत मराठी टीका के साथ वीर निर्वाण संवत् २४६२ में श्रीमान् सेठ रावजी सखाराम दोशी की ओर से प्रकाशित है । मराठी अनुवाद सहित ३४३ पृष्ठ हैं । शास्त्रा कार खुले पत्रों में मुद्रण हुआ है । माननीय शास्त्रीजी ने ऊपर सुक्ष्माक्षरों में श्लोक दिये हैं और नीचे मराठी अनुवाद । संस्कृत पाठों का चयन शास्त्रीजी ने ऐ० पन्नालाल सरस्वती भवन बम्बई की प्रति के आधार पर किया था ऐसा प्रतीत होता है कि यह वही प्रति है जो अब ब्यावर के सरस्वती भवन में विराजमान है, क्योंकि ब्यावर से जो हस्तलिखित प्रति मुझे प्राप्त हुई है उसके पाठ प्रायः एक समान हैं ।


जैन पुराण साहित्य की प्रामाणिकता :-


जैन पुराण साहित्य अपनी प्रामाणिकता के लिये प्रसिद्ध है । प्रामाणिकता का प्रमुख कारण लेखक का प्रामाणिक होना है जैन पुराण-साहित्य में प्रमुख पुराण पपुराण आदिपुराण, उत्तरपुराण तथा हरिवंशपुराण हैं । इनकी रचना करने वाले रविषेणाचार्य, जिनसेनाचार्य गुण भद्राचार्य तथा जिनसेनाचार्य ( द्वितीय ) हैं । ये जैन सिद्धान्त के मर्मज्ञ उ्च कोटि के उद्भट विद्वान् थे। म आदिपुराण के रचयिता जिनसेनाचार्य षट्खण्डागमके टीकाकार रहे हैं । गुणभद्राचार्य आत्मा- नुशासन मादि अध्यात्म ग्रन्थों के प्रणेता हैं जिनसेनाचार्य द्वितीय लोकानुयोग तथा तिलोयपष्णत्ति मादि करणानुयोग के ज्ञाता थे।


पुस्तक का नाम/ Name of Book : श्री शान्तिनाथ पुराण | Sri Shantinath Puran
पुस्तक के लेखक/ Author of Book :  पं पन्नालाल जैन साहित्याचार्य - Pt. Pannalal Jain Sahityachary
श्रेणी / Categories :  Ved-Puran
पुस्तक की भाषा / Language of Book : हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज़ / Size of Book : 20 MB
कुल पृष्ठ /Total Pages : 342



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