ऑप्शन ट्रेडिंग इन हिंदी | Option Trading pdf in hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग इन हिंदी PDF | Option Trading pdf in hindi
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पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-

पुस्तक का नाम (Name of Book)ऑप्शन ट्रेडिंग इन हिंदी PDF | Option Trading Books in hindi pdf
पुस्तक का लेखक (Name of Author)Anonymous
पुस्तक की भाषा (Language of Book)हिंदी | Hindi
पुस्तक का आकार (Size of Book)1 MB
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook)12
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book)Trading eBooks

पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-

Option Trading Strategies PDF in Hindi 

आज के समय में, स्टॉक मार्केट और फाइनेंस में लोगों का इंटरेस्ट बढ़ा रहा है, और इसमें ऑप्शन ट्रेडिंग एक पॉपुलर तरीका है पैसा कमाने का । बहुत सारे ट्रेडर्स ऐसे हैं जो ऑप्शन ट्रेडिंग करके दिन का लाखों रुपए भी कमा रहे हैं।

लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग में सक्सेस पाने के लिए आपको तरह-तरह की ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी का उपयोग करना पड़ता है तभी आप इससे रेगुलर प्रॉफिट कमा सकते हैं.

इसीलिये, आज हम आपके लिए लाए हैं कुछ बेहतरीन ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतियां जो शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वाले हर व्यक्ति को पता होना चाहिए।

ये रणनीतियां आपको मार्केट आउटलुक और रिस्क टॉलरेंस के हिसाब से ट्रेडिंग करना सिखाती हैं, और अगर ये सही तरीके से इस्तेमाल की जाएं तो आपके पैसे को बहुत तेजी से मल्टिप्लाई कर सकती हैं और इन ऑप्शन strategies का उपयोग करके already बहुत सारे लोग ऑप्शन ट्रेडिंग की जरिये खूब पैसा कमा रहे हैं।

तो चलिये इन best option trading strategies PDF in hindi के बारे में जान लेते हैं-

Option Trading Strategies in Hindi

सबसे अच्छी ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतियां (Best Option Trading Strategy in Hindi)

संख्याऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतिविवरण
1लोंग स्ट्रगल (Long Straddle)इस रणनीति में, ट्रेडर एक समय पर कॉल और पुट ऑप्शन खरीदता है, उम्मीद है कि मूल्य में बड़ी मात्रा में परिवर्तन होगा।
2शॉर्ट स्ट्रगल (Short Straddle)इस रणनीति में, ट्रेडर एक समय पर कॉल और पुट ऑप्शन बेचता है, उम्मीद है कि मूल्य में कम मात्रा में परिवर्तन होगा।
3बुल कॉल स्प्रेड (Bull Call Spread)इसमें ट्रेडर एक कॉल ऑप्शन खरीदता है और एक और कॉल ऑप्शन बेचता है, जिससे मूल्य बढ़ने की उम्मीद होती है।
4बियर पुट स्प्रेड (Bear Put Spread)इसमें ट्रेडर एक पुट ऑप्शन खरीदता है और एक और पुट ऑप्शन बेचता है, जिससे मूल्य कम होने की उम्मीद होती है।
5लोंग कॉल बटरफ्लाई (Long Call Butterfly)इसमें ट्रेडर तीन कॉल ऑप्शन खरीदता है और एक कॉल ऑप्शन बेचता है, जिससे मूल्य के स्थिर रहने की उम्मीद होती है।
6आयरन कंडोर (Iron Condor)इसमें ट्रेडर एक बुल कॉल स्प्रेड और एक बियर पुट स्प्रेड एक साथ खरीदता है, जिससे मूल्य के स्थिर रहने की उम्मीद होती है।
7लोंग कॉल स्ट्रेटजी (Long Call)इसमें ट्रेडर एक कॉल ऑप्शन खरीदता है, उम्मीद है कि मूल्य बढ़ेगा।
8लॉन्ग पुट स्ट्रेटेजी (Long Put)इसमें ट्रेडर एक पुट ऑप्शन खरीदता है, उम्मीद है कि मूल्य कम होगा।
9कवर्ड कॉल (Covered Call)इसमें ट्रेडर स्टॉक पोसीशन के साथ कॉल ऑप्शन बेचता है, जिससे आय बढ़ती है।
10बैकस्प्रेड ऑप्शन स्ट्रेटजी (Backspread)इसमें ट्रेडर एक कॉल या पुट ऑप्शन की खरीद और एक या एक से अधिक ऑप्शन की बेचता है, जिससे मूल्य में अत्यधिक परिवर्तन की उम्मीद होती है।
11आयरन कंडोर स्प्रेड (Iron Condor Spread)इसमें ट्रेडर एक बुल कॉल स्प्रेड और एक बियर पुट स्प्रेड एक साथ खरीदता है, जिससे मूल्य के स्थिर रहने की उम्मीद होती है।
12लॉन्ग पुट लैडर (Long Put Ladder)इसमें ट्रेडर तीन पुट ऑप्शन खरीदता है, जिससे मूल्य कम होने की उम्मीद होती है।
13निफ्टी ऑप्शन स्ट्रेटजी (Nifty Option Strategy)यह रणनीतियां निफ्टी ऑप्शन्स में लागू होती हैं, जो भारतीय स्टॉक बाजार के रुझानों को ध्यान में रखती हैं।
14बैंकनिफ्टी ऑप्शन स्ट्रेटजी (Bank Nifty Option Strategy)यह रणनीतियां बैंक निफ्टी ऑप्शन्स में उपयोग के लिए हैं, जो बैंक निफ्टी इंडेक्स के रुझानों को लेती हैं।

ये रणनीतियां विभिन्न बाजार स्थितियों के लिए उपयोगी हो सकती हैं, और ट्रेडर के लक्ष्यों और रिस्क प्रोफाइल के आधार पर चयन की जा सकती हैं। पहले ट्रेडिंग करने से पहले विस्तार सलाह और शिक्षा प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

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ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?

ऑप्शन ट्रेडिंग एक प्रकार का अनुबंध है जो एक खरीदार और एक विक्रेता के बीच होता है। खरीदार को कुछ प्रीमियम का भुगतान करके एक निश्चित तिथि पर किसी स्टॉक की कीमत पर स्टॉक खरीदने या बेचने का अधिकार मिलता है। ऑप्शन ट्रेडिंग में दो प्रकार के ऑप्शन होते हैं: कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें?

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको एक डीमैट खाता खोलना होगा जिसमें डेरिवेटिव्स सेगमेंट भी एक्टिवेट होना चाहिए। इसके बाद आप किसी ब्रोकर के माध्यम से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा कैसे कमाएं?

ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा कमाने के लिए आपको सही समय पर सही ऑप्शन खरीदना या बेचना होगा। इसके लिए आपको मार्केट की अच्छी समझ और तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता होती है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान कैसे बचाएं?

ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए आपको एक अच्छी रिसर्च और प्लानिंग करनी चाहिए। इसके अलावा आपको अपने जोखिम को भी समझना चाहिए।

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कितना पैसा चाहिए?

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए आपको न्यूनतम ₹10,000 का निवेश करना होगा। हालांकि, आप अपने जोखिम के आधार पर अधिक निवेश भी कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कौन से स्टॉक चुनें?

ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए ऐसे स्टॉक चुनें जो लिक्विड हों और जिनकी कीमत में उतार-चढ़ाव हो।

चार्ट पैटर्न pdf | 35 powerful candlestick patterns pdf

35 powerful candlestick patterns pdf

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पुस्तक का विवरण (Description of Book) :-

पुस्तक का नाम (Name of Book)चार्ट पैटर्न pdf | 35 powerful candlestick patterns pdf
पुस्तक का लेखक (Name of Author)Anonymous
पुस्तक की भाषा (Language of Book)हिंदी | Hindi
पुस्तक का आकार (Size of Book)400 KB
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook)20
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book)Trading eBooks

पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-

35 Powerful Candlestick Patterns in Hindi PDF

अब मैं आपको 35 तरह के कैंडल स्टिक पैटर्न बताने वाला हूँ जिसमे बुलिश ट्रेंड एवं बारिश ट्रेंड दोनों ही सम्मिलित हैं जिससे हम यह पता लगा सकते हैं की आखिर मार्किट कब निचे से ऊपर की तरफ रुख करेगा या फिर ऊपर से निचे की तरफ कब रुख कर सकता हैं ।

अधिकत्तर लोग वे शेयर कहीदना ज्यादा पसंद करते है जो ऊपर की तरफ तेजी में हो वे कभी भी निचे जाने वाले शेयर में आप पैसा इन्वेस्ट करना पसंद नहीं करते हैं और एक बात आपको और बता दू की इन सभी पैटर्न का पीडीएफ फाइल निचे से प्राप्त कर सकते हैं ।

ऊपर की तरफ रुख करने वाले कैंडलस्टिक पैटर्न्स - ( bullish candlestick pattern in
hindi )

ग्रीन हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न है मुख्य रूप से डाउनट्रेंड के अंत में बनता है और तेजी से मार्किट को रेवेर्सल होने का संकेत देता है। इस कैंडल का शरीर ढांचा छोटा एवं निचे की तरफ एक लम्बी पूछ जैसी रेखा होती है जो जितनी बड़ी होगी मार्किट उतनी तेजी स ऊपर जाता हैं ।

इस कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न में ऊपर की तरफ कोई रेखा नहीं है। इस कैंडल के पीछे बनाने का मुख्य कारण भी जान लेते हैं जब बाजार खुला तो विक्रेता ने अपने सौदे बेचे सुरु कर दिए जिससे प्राइस गिरता गया लेकिन इसके तुरंत बाद खरीददार भी आ गए और विक्रेता पर हावी हुए जिससे प्राइस ऊपर की तरफ जाने लगा ।

अंत में कैंडल क्लॉस होते समय खरीददार की जित हुई जिसके कारण आपको अमूमन इस तरह के hammer candle stick पैटर्न देखने को मिलते हैं जिसे hammer या bullish reversal पैटर्न भी कहा जाता हैं। इसका अकार कुछ हथौड़े जैसे दीखता हैं ।

Piercing candlestick pattern-Top all candlestick patterns pdf in hindi download

bearish पैटर्न दो तरह के कैंडलस्टिक के आपस में मिलने से और डाउनट्रेड के बाद बनता है जो एक तेजी से मार्किट को रिवर्स करने में सक्षम है। इस पैटर्न में पहले रेड कैंडल है जो मार्किट की मंडी को दर्शाता है लेकिन उसके बाद बनी ग्रीन कैंडल में मार्किट को बदलने की ताकत रहती हैं।

यदि आप इस पैटर्न को चार्ट में खोजना चाहते है तो एक बात का विशेष ध्यान दे की इस रह के कैंडल में जो रेड कैंडल है उसकी आधी बॉडी के ऊपर बगल में बनी ग्रीन कैंडल का क्लोज होना जरुरी हैं जिससे बाजार का रझान बदलने का संकेत पुख्ता हो जाता है ।

इस तरह के पैटर्न में यदि कोई ट्रेडर तभी सबसे ज्यादा ट्रेड लेते हैं जब उस रेड कैंडल को कोई ग्रीन कैंडल काटते हुए ऊपर क्लोजिंग दे दे और आसानी से दूसरी कैंडल के निचे स्टॉप लोस्स लगा सकते हैं।

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Aurangzeb: The Man and the Myth PDF Free

Aurangzeb: The Man and the Myth PDF Free

Aurangzeb the Man and the Myth PDF Free Download


Aurangzeb Alamgir (1658-1707), the sixth Mughal emperor, has remained a subject of intense debate and intrigue in modern India. Commonly depicted as an intolerant ruler with religious extremist tendencies, this portrayal oversimplifies his intricate historical legacy. 


Audrey Truschke's illuminating biography, "Aurangzeb: The Man and the Myth," challenges established viewpoints, offering a fresh and thought-provoking perspective on this enigmatic Mughal sovereign.

Book TitleAurangzeb: The Man and the Myth
AuthorAudrey Truschke
GenreBiography
Published2017

Exploring the Biography:

"Aurangzeb: The Man and the Myth" stands as a meticulously researched and captivating portrayal of the sixth Mughal emperor, Aurangzeb. In direct contrast to the prevailing narrative that paints him as a religious fanatic and autocrat, Truschke presents a nuanced and layered image of a complex historical figure.

The Early Life and Education:

Tracing back to Aurangzeb's formative years, the biography unveils his birth in 1618, as the third son of Mughal emperor Shah Jahan. The young Aurangzeb exhibited exceptional intellect, receiving a comprehensive education that encompassed both Islamic and Hindu teachings. Truschke posits that this diverse educational background granted Aurangzeb a profound understanding of various faiths, enriching his worldview.

The Reign and Policies:

Ascending the throne in 1658 following a tumultuous succession war, Aurangzeb's rule extended for nearly five decades, witnessing the pinnacle of the Mughal empire's territorial expansion. However, his governance was marked by divisive policies that alienated various communities, including Hindus, Sikhs, and Shia Muslims.

Truschke contends that while Aurangzeb's decisions were guided by a commitment to Islamic law, the ramifications were far-reaching and often devastating. Historical evidence highlights instances of religious persecution of Hindus and Sikhs, alongside military campaigns that brought widespread suffering.

A Reassessment of History:

"Aurangzeb: The Man and the Myth" serves as a compelling and provocative narrative, prompting a reevaluation of one of India's most controversial historical figures. Truschke's extensive research lends credence to her arguments, while her engaging prose invites readers to reconsider the intricate tapestry of the Mughal era and India's past.

Critical Review:

Audrey Truschke's work stands as a stimulating and thought-provoking account, challenging existing notions and inviting readers to reexamine their perceptions of Aurangzeb. Key aspects of the book include:

  1. A Nuanced Portrait: Truschke successfully dismantles the conventional portrayal of Aurangzeb as an uncompromising zealot, replacing it with a more intricate and multifaceted character study.
  2. Meticulous Research: The biography is underscored by a meticulous approach to research, with Truschke diligently citing sources and weaving together a comprehensive narrative.
  3. Engaging Prose: Truschke's writing style is clear, engaging, and accessible, enabling her to convey complex historical events in a reader-friendly manner.
  4. Insights into History: Readers gain a deeper insight into the Mughal empire's dynamics and India's historical landscape through Truschke's comprehensive analysis.

Highlights from the Book:

Drawing from "Aurangzeb: The Man and the Myth," notable points include:

  1. Temple Demolition and Transformation: In 1669, Aurangzeb ordered the demolition of the Kashi Vishwanath temple in Varanasi, triggering a prolonged dispute over the Gyanvapi complex. Subsequent years witnessed symbolic gestures of resilience by the Hindu community, including the construction of the Kashi Vishwanath temple in 1735 and subsequent developments.
  2. Gyanvapi Masjid Dispute: The 1809 dispute over Gyanvapi Masjid marked a significant turning point, as the Hindu community sought ownership of the mosque, which was ultimately denied by British authorities. The subsequent recommendation in 1810 and architectural contributions in the 1820s reinforced the Hindu claims to the site.

Detailed Table of Contents:

  1. Introducing Aurangzeb:
    • Aurangzeb's Unforgettable Legacy
    • Challenging the Myth of Aurangzeb the Tyrant
    • Rediscovering the Multifaceted Aurangzeb
  2. Early Years:
    • The Ascent of Aurangzeb
    • Nurturing an Indian Prince
    • The Emergence of Hindustan's King
    • The Circle of Life and Death
  3. The Grand Arc of Aurangzeb's Reign:
    • Expanding Horizons and Enforcing Justice
    • A Custodian of the Grand Mughal Tradition
  4. Administration of Hindustan:
    • Vigilant Stewardship over an Empire
    • Honoring Hindu Nobles
    • Shivaji vs. Aurangzeb: Clash of Titans
  5. Moral Compass and Leadership:
    • The Intersection of Piety and Power
    • Enforcing Moral Codes
  6. Guardian of Hindu Religious Communities:
    • Preserving the Sanctity of Temples
    • Unveiling the Tragedy of Temple Destruction
  7. Later Years:
    • Conquest of the Deccan
    • The Sunset of a Monarch
  8. Aurangzeb's Enduring Legacy:
    • Echoes of Aurangzeb's Reign
    • Unraveling the Chains of Aurangzeb

Accessing the Book:

For those interested in exploring "Aurangzeb: The Man and the Myth," the book is available for reading online. Additionally, readers can access a downloadable version in a suitable format, ensuring respect for copyright laws and authorized distribution.

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कबीर दोहे - हिंदी - संत कबीर | kabir ke dohe in hindi pdf

 कबीर के दोहे हिंदी पुस्तक मुफ्त डाउनलोड | Kabir ke Dohe Hindi Book Free Download 

kabir ke dohe in hindi pdf

kabir ke dohe in hindi pdf

Kabir or Bhagat Kabir was a 15th century Indian mystic poet and saint. He was the promoter of the poetry of the Gyanashrayi-Nirgun branch in the devotional era of Hindi literature. His compositions influenced the Bhakti movement of the Hindi state to a deeper level. Some prominent Kabir's couplets are given in this PDF.

By clicking on the link given below, you can download the written book KABIR DOHE in PDF by SANT KABIR

 कबीर दोहे किताब करें पीडीएफ में डाउनलोड

कबीर या भगत कबीर 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में ज्ञानाश्रयी-निर्गुण शाखा की काव्यधारा के प्रवर्तक थे। इनकी रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया।
कुछ प्रमुख कबीर जी के दोहे इस पीडीएफ में दिए हुए है ।
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके, आप  लिखित पुस्तक  कबीर दोहे को संत कबीर द्वारा पीडीएफ में डाउनलोड कर सकते हैं।


Particulars

(विवरण)


 eBook Details (Size, Writer, Lang. Pages

(आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी)

 पुस्तक का नाम (Name of Book) 

 कबीर दोहे | KABIR DOHE 

 पुस्तक का लेखक (Name of Author) 

  संत कबीर  - SANT KABIR

 पुस्तक की भाषा (Language of Book)

 हिंदी (Hindi) 

 पुस्तक का आकार (Size of Book)

 279.59 KB

  कुल पृष्ठ (Total pages )

 36

 पुस्तक की श्रेणी (Category of Book)

 काव्य / Poetry




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महर्षि वाल्मीकि | Valmiki biography in hindi

 

महर्षि वाल्मीकि | Maharishi Valmiki Biography

Maharishi Valmiki biography Hindi Book in PDF Download

Maharishi Valmiki

India is such a holy land in the whole world, on which great men, sages and great scientists, thinkers and social reformers have descended from time immemorial, who guided the human society through their tenacity and unique personality and creativity.

Maharishi Valmiki was in the first category of the great personalities of the ancient Vedic period. Valmiki, the first poet of Sanskrit language and the author of the world famous Hindu epic 'Ramayana', was a great yogi.

Maharishi Valmiki was born in the Naga race. His father's name was Varun and mother's name was Charshani. He was the 10th child of his parents.

By clicking on the link given below, you can download the written book Maharishi Valmiki biography in PDF.

महर्षि वाल्मीकि हिंदी में किताब करें पीडीएफ में डाउनलोड

महर्षि वाल्मीकि

समूचे जगत् में भारत ऐसी पावन पुण्य धरा है जिस पर आदिकाल से महापुरुष, ऋषि मुनि व महान वैज्ञानिक, विचारक व समाज सुधारक अवतरित हुये जिन्होंने अपने तपोबल व विलक्षण व्यक्तित्व और कृतित्व द्वारा मानव समाज का मार्गदर्शन किया।

प्राचीन वैदिक काल की महान विभूतियों की प्रथम श्रेणी में थे महर्षि वाल्मीकि संस्कृत भाषा के आदि कवि एवं विश्वविख्यात हिन्दू महाकाव्य 'रामायण' के रचयिता वाल्मीकि एक महायोगी थे।

महर्षि वाल्मीकि का जन्म नागा प्रजाति में हुआ था। उनके पिता का नाम वरुण और माँ का नाम चार्षणी था। वह अपने माता-पिता की 10वीं संतान थे।

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके, आप लिखित पुस्तक महर्षि वेदव्यास हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं।


Particulars

(विवरण)


 eBook Details (Size, Writer, Lang. Pages

(आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी)

 पुस्तक का नाम (Name of Book) 

महर्षि वेदव्यास | Maharishi Ved Vyas Biography Hindi PDF

 पुस्तक का लेखक (Name of Author) 

Unknown

 पुस्तक की भाषा (Language of Book)

 हिंदी (Hindi) 

 पुस्तक का आकार (Size of Book)

  2 MB

  कुल पृष्ठ (Total pages )

 21

 पुस्तक की श्रेणी (Category of Book)

जीवनी / Biography



 


 


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लीलावती हिंदी पीडीएफ ( Lilavati PDF)

लीलावती हिंदी पीडीएफ ( Lilavati PDF)

लीलावती ( Lilavati Pdf ) के बारे में अधिक जानकारी:-

पुस्तक का नाम (Name of Book)लीलावती ग्रंथ | Lilavati Granth PDF
पुस्तक का लेखक (Name of Author)Bhaskaracharya
पुस्तक की भाषा (Language of Book)Hindi
पुस्तक का आकार (Size of Book)86 MB
पुस्तक में कुल पृष्ठ (Total pages in Ebook)216
पुस्तक की श्रेणी (Category of Book)Sanskrit Granth

पुस्तक के कुछ अंश (Excerpts From the Book) :-

लीलावती, जो कि संस्कृत में लिखी गई थी, गणित और खगोल विज्ञान पर एक प्रसिद्ध पाठ्यपुस्तक है। यह 12वीं शताब्दी के भारतीय गणितज्ञ भास्कराचार्य द्वारा लिखी गई थी। लीलावती को गणित और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट उपलब्धि माना जाता है, और इसे दुनिया की सबसे पुरानी गणित पाठ्यपुस्तकों में से एक माना जाता है।

लीलावती में विभिन्न गणितीय विषयों पर चर्चा की गई है, जिनमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति, त्रिकोणमिति, और खगोल विज्ञान शामिल हैं। पुस्तक में कई गणितीय समस्याओं और उनके समाधान भी शामिल हैं।

लीलावती को अपनी सरल और सुगम भाषा के लिए जाना जाता है। पुस्तक को हिंदी में भी अनुवाद किया गया है, और यह आज भी गणित और खगोल विज्ञान के छात्रों के लिए एक लोकप्रिय पाठ्यपुस्तक है।

यह पुस्तक गणित और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट उपलब्धि है, और इसे दुनिया की सबसे पुरानी गणित पाठ्यपुस्तकों में से एक माना जाता है। लीलावती को अपनी सरल और सुगम भाषा के लिए भी जाना जाता है, और यह आज भी गणित और खगोल विज्ञान के छात्रों के लिए एक लोकप्रिय पाठ्यपुस्तक है।

यदि आप गणित और खगोल विज्ञान में रुचि रखते हैं, तो लीलावती एक उत्कृष्ट पुस्तक है जिसे आप पढ़ सकते हैं। यह पुस्तक आपको गणित और खगोल विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों को समझने में मदद करेगी, और आपको इन विषयों पर गहराई से जानने के लिए प्रेरित करेगी।

नीचे दिए गए लिंक के द्वारा आप लीलावती हिंदी पीडीएफ ( Lilavati PDF ) पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं ।

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कामायनी (जयशंकर प्रसाद) हिन्दी पुस्तक पीडीएफ | Kamayani (Jai Shankar Prasad) Hindi Book PDF

कामायनी (जयशंकर प्रसाद) हिन्दी पुस्तक पीडीएफ | Kamayani (Jai Shankar Prasad) Hindi Book PDF
Kamayani (Jai Shankar Prasad) Hindi Book PDF

कामायनी (जयशंकर प्रसाद) हिन्दी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Kamayani (Jai Shankar Prasad) Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : कामायनी | इस ग्रन्थ के रचनाकार हैं : जयशंकर प्रसाद | इस पुस्तक की पीडीएफ फाइल का कुल आकार लगभग 50 MB हैं | पुस्तक में कुल 148 पृष्ठ हैं |

The name of the book is Kamayani | This book is written by: Jai Shankar Prasad. The approximate size of the PDF file of this book is 50 MB. This book has a total of 148 pages.

 Kaamaayani hindi pdf :कामायनी के बारे में और अधिक जानकारी:

 कामायनी हिंदी भाषा का एक महाकाव्य है। इसके रचयिता जयशंकर प्रसाद हैं। यह आधुनिक छायावादी युग का सर्वोत्तम और प्रतिनिधि हिंदी महाकाव्य है। 'प्रसाद' जी की यह अंतिम काव्य रचना 1936 ई. में प्रकाशित हुई, परंतु इसका प्रणयन प्राय: 7-8 वर्ष पूर्व ही प्रारंभ हो गया था। 'चिंता' से प्रारंभ कर 'आनंद' तक 15 सर्गों के इस महाकाव्य में मानव मन की विविध अंतर्वृत्तियों का क्रमिक उन्मीलन इस कौशल से किया गया है कि मानव सृष्टि के आदि से अब तक के जीवन के मनोवैज्ञानिक और सांस्कृतिक विकास का इतिहास भी स्पष्ट हो जाता है।
कला की दृष्टि से कामायनी छायावादी काव्यकला का सर्वोत्तम प्रतीक माना जा सकता है। चित्तवृत्तियों का कथानक के पात्र के रूप में अवतरण इस काव्य की अन्यतम विशेषता है। और इस दृष्टि से लज्जा, सौंदर्य, श्रद्धा और इड़ा का मानव रूप में अवतरण हिंदी साहित्य की अनुपम निधि है।कामायनी प्रत्यभिज्ञा दर्शन पर आधारित है। साथ ही इस पर अरविन्द दर्शन और गांधी दर्शन का भी प्रभाव यत्र तत्र मिल जाता है।