बृहत् पाराशर होरा शास्त्रम् पीडीएफ विवरण ( Description ) :-
ज्योतिप शास्त्र के प्रवर्तकों में महर्षि पराशर का सर्वोच्च स्थान । पाराशर होराशास्त्र भारतीय ज्योतिप में सर्वोपरि माना जाता है। वास्तव में पाराशर सिद्धान्तों का विस्तार ही सम्पूर्ण ज्योतिप है। पाराशर नियमों के बिना ज्योतिष की कल्पना मात्र भी सम्भव नहीं है। इन्हीं सब पाराशर सिद्धान्तों का प्रतिपादक ग्रन्थ बृहत् पाराशर होराशास्त्र है।
विभिन्न संस्करणों में परस्पर विरोधी वातों का समन्वय करते हुए दाक्षिणात्य व उत्तर भारतीय रूपों व मान्यताओं का समाहार करके विद्वान व्याख्याकार ने विस्तृत व्याख्या भी दी है। दक्षिण भारत की कई प्रकाशित व अप्रकाशित पुस्तकों से भी इस संस्करण में सहयोग लिया गया है। शताध्यायी होरा के रूप में प्रसिद्ध यह ग्रन्थ शास्त्र के संदर्भ में सर्वोच्च न्यायालय की तरह अंतिम निर्णय देता है।
प्रत्येक गुत्थी को सुलझाते हुए यह समालोचनात्मक संस्करण वास्तविक व निःसन्दिग्ध अर्थ से ओत-प्रोत है। भारतीय ज्योतिप की आत्मा पाराशर होराशास्त्र में ही बसती है।
सुविस्तृत, कपोल कल्पना व मिलावट से रहित, सर्वतोभावेन अर्थवोधक व्याख्या से युक्त एक प्रामाणिक संस्करण जो स्वयं एक पुस्तकीय पुस्तकालय भी है।
दो भागों में सम्पूर्ण, 101 अध्याय , 4500 श्लोक
पुस्तक का नाम/ Name of Book : बृहत् पाराशर होरा शास्त्रम् | Brihat Parashar Hora Shastra
पुस्तक के लेखक/ Author of Book : सुरेश चंद्र मिश्रा / Suresh Chandra Mishra
श्रेणी / Categories : Astrology
पुस्तक की भाषा / Language of Book : हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज़ / Size of Book : 868.7 MB
कुल पृष्ठ /Total Pages : 522
॥ सूचना ॥
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