महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का जीवन चरित्र | Maharshi Svaami Dayananda Sarasvati Ka Jivan Charitra

महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का जीवन चरित्र | Maharshi Svaami Dayananda Sarasvati Ka Jivan Charitra

महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का जीवन चरित्र  पीडीएफ डाऊनलोड| Maharshi Svaami Dayananda Sarasvati Ka Jivan Charitra PDF Download

महर्षि दयानन्द के जीवन-चरित्र का महत्त्व

यानि युग की महान विभूति, अपनी सर्वतोमुखी प्रतिभा के धनी तथा इस युग के निर्माता महर्षि दयानन्द के नाम से कौन भारतीय अपरिचित होगा। उन्होंने भारतवर्ष की धार्मिक सामाजिक तथा राष्ट्रीय गइयों को दूर करने के लिए जो अजेय शक्ति के प्रभाव से सुधारात्मक कार्य किये, उनको मानव न यावच्चन्द्रदिवाकरौ तक चिरस्मरण रहेगा उनका जनमानस पर ज्ञान व तप के अपूर्व प्रभाव के साथ साथ सच्चरित्र का अद्भुत प्रभाव था उन्होंने जो कुछ जाना या सुना, उसको सत्य की कसोटी पर ग्वा, इसीलिए उन का ज्ञान उच्चकोटि का तथा परमप्रभावोत्पादक बन सका था, जिसको मुनमुन र उनके प्रवल विधर्मी भी दांतों तले अंगुली दबाते थे, और उनके प्रबल एवं प्रखर युक्ति-शरों से विनमा अवाक् तथा निरुत्तर हो जाते थे जिनके दर्शन तथा औजस्वी भाषणों को सुन-सुन कर पं० गुरुदन जंगा नास्तिक, आस्तिक तथा नास्तिक एवं भयंकर दुष्कों के पक् में निमनन मुंशीराम महात्मा (स्वामी श्रद्धानन्द) बन सकता है, तो क्या उस सच्चे महात्मा का जीवनचरित्र पथ- भ्रष्ट लोगों को सन्मागदर्गक, अज्ञानान्धकार में भूले-भटकों को सूर्यसम प्रकाशक तथा कुकर्मों के पाधों में हढ़ता से जकडे इमों का पवित्र ज्ञान-सरस्वती में स्नान कराकर काया-पलट कराने वाला नहीं होगा ? भगवान् मनु ने सत्य ही कहा है--

वेदः स्मृतिः सदाचारः स्वस्य च प्रियमात्मनः । 

एतच्चतुर्विधं प्राहुः साक्षाद् धर्मस्य लक्षणम् ॥

मदाचार अर्थात्=श्रेष्ठ पुरुषों का आचरण वेदादि के तुल्य ही जनसाधारण के लिए साक्षात् धर्म का लक्षण है । महर्षि के जीवनचरित्र की विशेषताओं तथा महत्व को समझने के लिए तत्कालीन মारतवर्षोय ग्रधस्था को समझना भी बहुत आवश्यक है । १६वी शताब्दी में अंग्रेजों ने देश को परतन्त्रता के 1. पाश में निगड रखा था। अंग्रेज यहाँ की संस्कृति- सभ्यता के मूल में कुठाराघात कर रहा था भारतीय राजा पारस्परिक फुट और विद्वेपान्नि से मृतप्राय हो गए थे । 


पुस्तक का नाम/ Name of Book :  महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का जीवन चरित्र | Maharshi Svaami Dayananda Sarasvati Ka Jivan Charitra
पुस्तक के लेखक/ Author of Book :  दयानंद सरस्वती - Dayanand Saraswati
श्रेणी / Categories :  जीवनी / Biography
पुस्तक की भाषा / Language of Book : हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज़ / Size of Book : 58 MB
कुल पृष्ठ /Total Pages : 967



 ॥ सूचना ॥
अगर इस पेज पर दी हुई सामग्री से सम्बंधित कोई भी सुझाव, शिकायत या डाउनलोड नही हो रहे हो तो निचे दिए गए "Contact Us" के माध्यम से सूचित करें। हम आपके सुझाव या शिकायत पर जल्द से जल्द अमल करेंगे।

2 comments:

  1. How can I upload my book for the interested young readers .

    ReplyDelete