Pratapi Aalha Aur Udal (प्रतापी आल्हा और ऊदल) Hindi pdf download
विवरण :- परमाल रासो आदिकालीन हिंदी साहित्य का प्रसिद्ध वीरगाथात्मक रासोकाव्य है। वर्तमान समय में इसका केवल आल्ह खंड उपलब्ध है जो वीरगाथात्मक लोकगाथा के रूप में उत्तर भारत में बेहद लोकप्रिय रहा है। इसके रचयिता जगनिक हैं। वे कालिंजर तथा महोबा के शासक परमाल (परमर्दिदेव) के दरबारी कवि थे। आल्ह खंड में महोबा के दो प्रसिद्ध वीरों आल्हा और ऊदल के वीर चरित का विस्तृत वर्णन किया गया था।
Name : Pratapi Aalha Aur Udal (प्रतापी आल्हा और ऊदल)
Writer : Acharya Vishwanath Swami (आचार्य विश्वनाथ स्वामी)
Category : Hindi ,History book
Language : Hindi
Size : 5Mb
Jai alha ki veer ahir
ReplyDeleteJai alha ki
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