अनुभूत योग : पं० श्यामसुन्दराचर्या द्वारा हिंदी पीडीऍफ़ पुस्तक – आयुर्वेद | Anubhut Yog : by Pt. Shyamsundra Charya Hindi PDF Book – Ayurveda
छ्यामसुन्दराचार्यजी वपने समय के पीयूषपाणि वैद्य थे । 'रसायनसार' उनकी अमर कृति है । चिकित्साकार्य करते हुए योगो के निर्माण मे उन्हे जो नये-नये अनुभव हुए, उन्हीं का संग्रह यह 'अनुभूत योग' ( प्रथम भाग) है । नीर क्षीर न्याय से उन्होंने यह संग्रह प्रस्तुत किया है जिसका हर योग अनुभूतिसिद्ध है । इसके नुस्खे उपयोगी और सरल हैं । कोई भी व्यक्ति इनका सहज निर्माण कर सकता है ।
अनुभूत योगमाला के अन्तर्गत अबतक पाच भाग प्रकाशित हो चुके हैं। पहले भाग का यह आठवां संस्करण है । वंद्य-समाज ही नही, सर्व साधारण लोगो ने इसकी प्रशसा की है । उनके प्रोत्साहन के फल-स्वरूप यह नवां सस्करण प्रस्तुत है।
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