Maran Patra Book in PDF Download
Why the name of the book 'Maran-Patra'? These questions are bound to arise. In fact, in the language of the system, the skull of a human being is called 'Mahapatra'. 'Maran' is the main use in the system of the system. When alcohol is used by Mahapatra in its tantric action, it is called 'causal vessel' and when the cause-factor is used for the purpose of action, it is called 'Maran-patra'.
There is a story in the book presented - in which the mortal character is used. Hence the book was named 'Maran-Patra'. By the way, the book is a wonderful collection of relevant topics related to Yoga-Tantra-Darshan, Spirituality, which has been presented in the form of storytelling.
By clicking on the link given below, you can download the written book Maran Patra in PDF by Arun Kumar Sharma
मारणपात्र किताब करें पीडीएफ में डाउनलोड
पुस्तक का नाम 'मारण-पात्र' क्यों? यह प्रश्न उठना स्वाभाविक हैं। वास्तव में तन्त्र की भाषा में मनुष्य की खोपड़ी को 'महापात्र कहते हैं। तन्त्र के षट्कर्म-साधन में 'मारण-प्रयोग मुख्य है। इसकी तान्त्रिक क्रिया में जब महापात्र द्वारा मदिरा का प्रयोग होता है तो उसे कारण पात्र' कहते हैं और जब कारण-पात्र का उपायेग मारण-कार्य के लिए होता है तो उसे 'मारण-पात्र कहते हैं।प्रस्तुत पुस्तक में एक ऐसी कथा है-जिसमें मारण-पात्र का उपयोग हुआ है। इसलिए पुस्तक का नाम 'मारण-पात्र' रखा गया। वैसे पुस्तक योग-तन्त्र- दर्शन, अध्यात्म से संबलित प्रासंगिक विषयों का अद्भुत संग्रह है, जिसे कथाशैली के रूप में प्रस्तुत किया गया है।नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके, आप लिखित पुस्तक मारणपात्र हिंदी को अरुण कुमार शर्मा द्वारा पीडीएफ में डाउनलोड कर सकते हैं।
Particulars (विवरण) | (आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी) |
मारणपात्र | Maran Patra | |
Tantra-Mantra |
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