शाबरमन्त्रसागर: एस. एन. खण्डेलवाल | SHABAR MANTRA SAGAR PDF in Hindi by S.N. KHANDELWAL

शाबरमन्त्रसागर | SHABAR MANTRA SAGAR PDF

Shabar Mantra Sagar Book in PDF Download

According to ancient belief, Shabar Tantra is said to be Upadishta by Shiva. Over time, the current form which is found in its current form, it has been said to have been promoted by Mahayogi Gorakshanath of Nath Panth, yet no evidence of this is available; Because it is not mentioned anywhere in the 'Siddha Siddhanta Paddhati' etc., propounded by Gorakshanath. The exact history of Gorakhnath's time scale is also not available. Even in the Krishna-Goraksha dialogue, he has been called a contemporary of Krishna. This belief is strong that like Shankaracharya, those who used to sit on the throne of Gorakshanath, their title was also called 'Gorakshanath'. Therefore, it may be possible that the Shabar Tantra has been implemented in an updated form by a successor of Adi Gorakshanath, Gorakshpeethasin Siddha. Special consideration has been given on this point in the huge research book 'The effect of Tantra in Hindi literature of Gorakhnath' by the self-proclaimed scholar Dr. Pt. Brahmagopal Bhaduri.

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शाबर तन्त्र को प्राचीन मान्यतानुसार शिव द्वारा उपदिष्ट कहा गया है। कालान्तर में इसका वर्तमान में जो प्रचलित रूप प्राप्त होता है, उसे नाथ पन्थ के महायोगी गोरक्षनाथ द्वारा प्रवर्तित कहा गया है, फिर भी इसका कोई साक्ष्य नहीं उपलब्ध होता; क्योंकि गोरक्षनाथ द्वारा प्रणीत 'सिद्धसिद्धान्तपद्धति' आदि में कहीं भी इसका उल्लेख नहीं मिलता । गोरखनाथ के काल-परिमाण का भी यथार्थ इतिवृत्त नहीं प्राप्त होता । यहाँ तक कि कृष्ण-गोरक्ष संवाद में इनको कृष्ण का समकालीन कहा गया है। इ यह धारण बलवती होती है कि शंकराचार्य की तरह गोरक्षनाथ की गद्दी पर भी जो आसीन होते थे, उनकी पदवी भी 'गोरक्षनाथ' कही जाती थी। अतः हो सकता है कि आदि गोरक्षनाथ के किसी उत्तराधिकारी गोरक्षपीठासीन सिद्ध द्वारा शाबर तन्त्र का अद्यतन रूप में प्रवर्तन किया गया हो। इस विन्दु पर स्वनामधन्य विद्वान डॉ. पं. ब्रह्मगोपाल भादुड़ी जी के विशाल शोधग्रन्थ 'गोरखनाथ के हिन्दी साहित्य में तन्त्र का प्रभाव' में विशेष विचार किया गया है। 

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Particulars

(विवरण)


 eBook Details (Size, Writer, Lang. Pages

(आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी)

 पुस्तक का नाम (Name of Book) 

शाबरमन्त्रसागर | SHABAR MANTRA SAGAR PDF

 पुस्तक का लेखक (Name of Author) 

एस. एन. खण्डेलवाल / S.N. KHANDELWAL

 पुस्तक की भाषा (Language of Book)

Hindi

 पुस्तक का आकार (Size of Book)

670 MB

  कुल पृष्ठ (Total pages )

643

 पुस्तक की श्रेणी (Category of Book)

Tantra-Mantra


 


 


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