Eidon Ki Eid Book in PDF Download
Eid of Eid: Eid Miladunnabi
(Sallallahu 'alayhi wa sallam)
S: According to Eid Miladunnabi, nowadays some people do different types of nonsense. ?
H: Those who are mad because of their anger after seeing the happiness of Maqsude Qinat, Baise Takhlike Adam (alaihis salaam) Allah Ta'ala's Mehboob Pak and Rab Ta'ala's special blessings Mustafa, Rahmat sallallahu taalaahu alaihi wa sallam's Milad Pak. Those who present Nazrana-e-Aqidat in the bargah keep raining taunts on the men. It would have been better if they had used their wits and tahrirs to eradicate the evils of alcohol, gambling, sex, theft, bribery, lies, gibberish, and the like, but where can there be such hope from them? The arrows of his tongue and pen are meant to injure the spiritual and religious sentiments of Muslims. Rejoice on the mercy of Allah! Have they ever done this?
But tried to pay attention? Allah Ta'ala says, "O Habib! You firm! On the fruits of Allah and His mercy, (the people) should rejoice." (Surah Yunus)
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ईदों की ईद : ईद मीलादुन्नबी
(सल्लल्लाहु तआला अलैहि व सल्लम)
स: ईद मीलादुन्नबी के मुतअल्लिक आजकल कुछ लोग तरह-तरह की बकवारों करते हैं ऐसा लगता है कि उनके नज़दीक समाज में ईद मीलादुन्नबी सल्लल्लाहु तआला अलैहि व सल्लम मनाने से ज़्यादा बुरा काम और कोई नहीं ज़रा इस पर रौशन दलीलें पेश फर्माने की जहमत गवारा फर्मायेंगे ?
ज: वे लोग जो मक़सूदे काइनात, बाइसे तख़्लीके आदम (अलैहिस्सलाम) अल्लाह तआला के महबूब पाक और रब तआला की ख़ास नेमत मुस्तफ़ा जाने रहमत सल्लल्लाहु तआला अलैहि व सल्लम की मीलाद पाक की खुशियाँ देखकर मारे गुस्सा से पागल हो जाते हैं अल्लाह तआला के महबूबों की बारगाह में नज़राना-ए अकीदत पेश करने वाले बन्दों पर तानों की तीरों से बारिश करते रहते हैं। क्या ही अच्छा होता कि अगर वे लोग अपनी तकरीरों तहरीरों को शराब, जुवा, ज़िना, चोरी, रिश्वत, झूठ, ग़ीबत, और इन जैसी दूसरी बुराईयों के मिटाने के लिए इस्तेमाल करते मगर उनसे ऐसी उम्मीद कहाँ हो सकती है? उनकी जबान व कलम के तीर तो मुसलमानों के रूहानी व ईमानी जज़बात को घायल करने के लिए हैं। अल्लाह की रहमत पर खुशियाँ मनाओ ! क्या उन लोगों ने कभी इस फ़मने इलाही
पर ग़ौर करने की कोशिश की? अल्लाह तआला फ़र्माता है "ऐ हबीब! आप फर्माइये! अल्लाह के फल और उसकी रहमत (के मिलने) पर चाहिए कि (लोग) ख़ुशी करें।" (सूरह यूनुस )।
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ईदों की ईद | Eidon Ki Eid PDF | |
Hindi | |
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