Sakaratmak Shoch Ki Shakti Book in PDF Download
'belive in yourself! Have faith in your abilities! Humble but confident enough that you cannot succeed or be happy. Whereas you can succeed with strong confidence. The inferiority complex or inferiority complex is a big obstacle in the way of your hopes. Self-confidence removes this barrier. Self-confidence makes you reach your destination and you get success and achievements. This mental attitude is so important that this book will first of all want to teach you to believe in yourself and release your inner powers.
It is sad to see that so many people are suffering from and suffering from the disease which is called the inferiority complex or inferiority complex. But you do not have to suffer so much. If appropriate steps are taken, you can solve this problem. You can instill a constructive faith in yourself, a faith that is rational.
Once, I was giving a speech at a gathering of businessmen in the city's auditorium. I was meeting people on the stage when a person came to me and asked in a very emotional tone, "Can I talk to you on a topic that is very important to me?"
I told him to wait and meet the rest of the people. Then we went to the back of the stage and sat down.
By clicking on the link given below, you can download the written book Sakaratmak Shoch Ki Shakti in PDF.
सकारात्मक सोच की शक्ति किताब करें पीडीएफ में डाउनलोड
अपने आप में विश्वास रखें अपने आप में विश्वास रखें! अपनी योग्यताओं में विश्वास रखें! विनम्र परंतु पर्याप्त आत्मविश्वास कि बिना आप सफल या सुखी नहीं हो सकते। जबकि प्रबल आत्मविश्वास के सहारे आप सफल हो सकते हैं। इन्फ़ीरियॉरिटी कॉम्प्लेक्स या हीन भावना आपकी आशाओं की प्राप्ति की राह में बहुत बड़ी बाधा है। आत्मविश्वास इस बाधा को हटा देता है। आत्मविश्वास आपको आपकी मंज़िल तक पहुँचा देता है और आपको सफलता व उपलब्धियाँ हासिल होती हैं। यह मानसिक रवैया इतना महत्त्वपूर्ण है कि यह पुस्तक आपको सबसे पहले तो यही सिखाना चाहेगी कि आप अपने आप में विश्वास रखें और अपनी आंतरिक शक्तियों को मुक्त करें
यह देखना दुखद है कि इतने सारे लोग उस बीमारी से पीड़ित हैं और उसके शिकार हैं जिसका नाम इन्फ़ीरियॉरिटी कॉम्प्लेक्स या हीन भावना है। परंतु आपको इतना दुख उठाने की ज़रूरत नहीं है। अगर उचित क़दम उठाये जायें, तो आप इस समस्या को हल सकते हैं। आप अपने आप में रचनात्मक आस्था जगा सकते हैं ऐसी आस्था जो तर्कसंगत
एक बार मैं शहर के ऑडिटोरियम में बिज़नेसमैनों की सभा में भाषण दे रहा था। मैं मंच पर लोगों से मिल रहा था तभी एक व्यक्ति मेरे पास आया और उसने बहुत भावुक स्वर में पूछा, "क्या मैं आपसे एक विषय पर बात कर सकता हूँ जो मेरे लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है ?
मैंने उससे कहा कि वह इंतज़ार करे और बाक़ी लोगों के चले जाने पर मिले। फिर हम मंच के पीछे की तरफ़ जाकर बैठ गये। "है।।
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके, आप लिखित पुस्तक सकारात्मक सोच की शक्ति में डाउनलोड कर सकते हैं।
Particulars (विवरण) | (आकार, लेखक, भाषा,पृष्ठ की जानकारी) |
सकारात्मक सोच की शक्ति | Sakaratmak Shoch Ki Shakti | |
नॉर्मन विन्सेन्ट पील | Norman Vincent Peal | |
Social / सामाजिक |
No comments:
Post a Comment